भारत में पिन कोड (PIN Code) का उपयोग दशकों से हो रहा है, लेकिन अब इंडिया पोस्ट ने एक नया और उन्नत डिजिटल एड्रेसिंग सिस्टम लॉन्च किया है जिसे कहा गया है DIGIPIN। यह तकनीक पर आधारित एड्रेस सिस्टम है जो हर जगह को एक यूनिक डिजिटल पहचान देता है।
DIGIPIN क्या है?

DIGIPIN का पूरा नाम है Digital Postal Index Number. यह एक 10 अंकों वाला अल्फान्यूमेरिक कोड होता है जो आपके घर, ऑफिस या किसी भी जगह को लगभग 4 मीटर x 4 मीटर के ग्रिड में बांटकर एक यूनिक एड्रेस प्रदान करता है।
इसका मकसद पारंपरिक पिनकोड की सीमाओं को पार करके ज्यादा सटीक और आधुनिक लोकेशन सिस्टम देना है।
DIGIPIN कैसे काम करता है?
- भारत को छोटे-छोटे ग्रिड्स (4m x 4m) में बांटा गया है।
- हर ग्रिड को एक यूनिक 10-digit DIGIPIN कोड दिया गया है।
- आपके घर या दुकान की exact location का यह कोड डिजिटल एड्रेस की तरह काम करता है।
- यह latitude और longitude पर आधारित होता है।
PIN Code vs DIGIPIN
फीचर | PIN Code | DIGIPIN |
---|---|---|
सटीकता | Area-level (पोस्ट ऑफिस के अनुसार) | Exact location (घर या दुकान स्तर) |
लंबाई | 6 अंकों की संख्या | 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड |
उपयोग | मेल डिलीवरी के लिए | डिलीवरी, ई‑कॉमर्स, KYC, मैपिंग आदि |
डेटा प्राइवेसी | बेसिक | कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं |
DIGIPIN कैसे प्राप्त करें?

- अपने मोबाइल या कंप्यूटर से DIGIPIN पोर्टल पर जाएं।
- लोकेशन एक्सेस ऑन करें ताकि आपकी सटीक जगह पता चल सके।
- सिस्टम आपकी लोकेशन का 10-digit DIGIPIN दिखाएगा।
- आप इसे सेव या शेयर कर सकते हैं जैसे डिजिटल एड्रेस।
DIGIPIN के फायदे
- हर लोकेशन के लिए यूनिक डिजिटल एड्रेस
- डिलीवरी और ई‑कॉमर्स में आसान पहचान
- इमरजेंसी सेवाओं में सटीक लोकेशन ट्रेसिंग
- ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में भी आसानी से इस्तेमाल
- कोई पर्सनल डाटा नहीं लिया जाता
क्यों जरूरी है DIGIPIN?
भारत जैसे विशाल और विविध देश में कई जगहों पर एक ही नाम के गांव, इलाके या कॉलोनियां होती हैं। ऐसे में पारंपरिक पिन कोड भ्रम पैदा कर सकते हैं। DIGIPIN से हर घर या स्थान को एक यूनिक पहचान मिलेगी, जिससे किसी भी जगह को सटीक रूप से ट्रैक और पहचान किया जा सकता है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. क्या DIGIPIN पिन कोड की जगह ले लेगा?
नहीं, DIGIPIN पिन कोड का विकल्प नहीं बल्कि एक आधुनिक पूरक है।
Q. क्या यह सेवा मुफ्त है?
हाँ, आम जनता के लिए यह सेवा निःशुल्क है।
Q. क्या DIGIPIN प्राइवेट डाटा रखता है?
नहीं, यह सिर्फ लोकेशन आधारित कोड है। किसी भी यूज़र की व्यक्तिगत जानकारी इसमें स्टोर नहीं होती।
निष्कर्ष
DIGIPIN भारत के एड्रेस सिस्टम को डिजिटल युग में ले जाने वाला कदम है। इससे न केवल डिलीवरी सेवाएं तेज होंगी बल्कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
अगर आप भी अपना यूनिक डिजिटल एड्रेस पाना चाहते हैं, तो आज ही DIGIPIN पोर्टल पर जाएं और अपनी पहचान डिजिटल बनाएं!
आगे आने वाले पोस्ट में जानेंगे: DIGIPIN को कैसे आप अपने ई‑कॉमर्स, बिजनेस या फ्रीलांस प्रोफाइल में जोड़ सकते हैं।