किसान भाइयों, क्या आप भी बेमौसम बारिश, ओले, सूखे या कीड़ों के प्रकोप से अपनी महीनों की मेहनत से तैयार की गई फसल बर्बाद होने के डर से परेशान रहते हैं? आपकी इसी सबसे बड़ी चिंता को दूर करने और आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए सरकार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) चलाती है।
यह योजना थोड़ी जटिल लग सकती है, लेकिन यकीन मानिए, इस गाइड को पढ़ने के बाद आपके सारे संदेह दूर हो जाएंगे। हम आपको आवेदन से लेकर क्लेम करने तक की पूरी प्रक्रिया आसान भाषा में समझाएंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) आखिर है क्या?

सीधे शब्दों में कहें तो, यह आपकी फसल के लिए एक ‘सुरक्षा कवच’ है। अगर किसी प्राकृतिक आपदा या बीमारी की वजह से आपकी फसल खराब हो जाती है, तो इस योजना के तहत बीमा कंपनी आपके नुकसान की भरपाई करती है, जिससे आप पर कर्ज का बोझ नहीं पड़ता और आप अगली फसल की तैयारी कर सकते हैं।
यह योजना इन आपदाओं को कवर करती है:
- सूखा, बाढ़, जलभराव
- ओलावृष्टि, भूस्खलन, आसमानी बिजली
- फसल में लगने वाले रोग और कीट
कौन-कौन से किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं? (Eligibility)

इस योजना का लाभ भारत का हर किसान उठा सकता है, चाहे उसके पास कितनी भी जमीन हो। इसमें दो तरह के किसान शामिल हैं:
- कर्ज लेने वाले किसान (Loanee Farmers): जो किसान खेती के लिए बैंक से Kisan Credit Card (KCC) या कोई और लोन लेते हैं, उनका बीमा बैंक द्वारा अक्सर कर दिया जाता है। (हालांकि अब यह स्वैच्छिक है)।
- कर्ज न लेने वाले किसान (Non-Loanee Farmers): जो किसान अपनी खेती के लिए कोई लोन नहीं लेते, वे अपनी इच्छा से इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन से पहले ये दस्तावेज़ तैयार रखें (Documents Checklist)
सलाह: आवेदन प्रक्रिया शुरू करने से पहले इन सभी डॉक्यूमेंट्स की फोटोकॉपी या स्कैन कॉपी अपने पास रख लें। इससे आपका समय बचेगा।
- किसान का आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- बैंक पासबुक (Bank Passbook)
- ज़मीन के कागज़ात (खसरा/खतौनी की नकल)
- फसल बुवाई का प्रमाण पत्र (यह पटवारी या कृषि अधिकारी से मिलता है)
- अगर आप बंटाई पर खेती करते हैं, तो खेत के मालिक के साथ हुआ एग्रीमेंट पेपर।
- आपका पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
फसल बीमा के लिए आवेदन कैसे करें? (Step-by-Step Process)

आप इन 3 तरीकों से आसानी से आवेदन कर सकते हैं:
स्टेप 1: ऑनलाइन आवेदन (खुद से करें)
- सबसे पहले PMFBY की ऑफिशियल वेबसाइट [www.pmfby.gov.in] पर जाएं।
- “Farmer Corner” पर क्लिक करें और अपने मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन करें।
- लॉगिन करने के बाद, फॉर्म में अपनी सभी जानकारी (नाम, पता, बैंक डिटेल, फसल का विवरण) ध्यान से भरें।
- ऊपर बताए गए सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करके अपलोड करें।
- अपनी फसल के अनुसार प्रीमियम की राशि ऑनलाइन (Net Banking/UPI) जमा करें।
- अंत में, आवेदन की रसीद (Application Receipt) को डाउनलोड करके प्रिंट कर लें।
स्टेप 2: कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से आवेदन
अगर आपको ऑनलाइन प्रक्रिया मुश्किल लगती है, तो आप अपने सभी डॉक्यूमेंट्स लेकर नज़दीकी CSC (जन सेवा केंद्र) पर जा सकते हैं। वे आपकी तरफ से पूरा फॉर्म भर देंगे।
स्टेप 3: बैंक या सहकारी समिति से आवेदन
आप जिस बैंक में आपका खाता है, वहां जाकर भी फसल बीमा योजना का फॉर्म भर सकते हैं।
सबसे ज़रूरी: फसल खराब होने पर क्लेम कैसे करें?
यह सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसे ध्यान से समझें।
- 72 घंटे के अंदर सूचना दें: जैसे ही आपकी फसल को नुकसान होता है, आपको 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी या संबंधित अधिकारी को सूचना देनी होगी।
- कैसे सूचना दें?:
- Crop Insurance App के माध्यम से।
- टोल-फ्री नंबर 1800-889-6868 पर कॉल करके।
- अपने बैंक या CSC सेंटर को सूचित करके।
- नज़दीकी कृषि विभाग के अधिकारी को बताकर।
- सर्वे और मूल्यांकन: सूचना मिलने के बाद, बीमा कंपनी का एक प्रतिनिधि (Surveyor) आपके खेत का सर्वे करने आएगा और नुकसान का आकलन करेगा।
- मुआवजे का भुगतान: सर्वे पूरा होने के बाद, बीमा की राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
बोनस: ध्यान रखने योग्य जरूरी बातें
- आवेदन की रसीद संभाल कर रखें: यह आपके बीमा का सबूत है। क्लेम के समय इसकी जरूरत पड़ सकती है।
- 72 घंटे का नियम न भूलें: अगर आपने फसल खराब होने के 72 घंटे के अंदर सूचना नहीं दी, तो आपका क्लेम खारिज हो सकता है।
- सही जानकारी दें: आवेदन करते समय फसल का नाम और बुवाई का क्षेत्रफल बिल्कुल सही-सही भरें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: मुझे कितना प्रीमियम देना होगा?
A: किसानों को बहुत कम प्रीमियम देना होता है:
- खरीफ फसल (धान, मक्का) के लिए: बीमा राशि का 2%
- रबी फसल (गेहूं, चना) के लिए: बीमा राशि का 1.5%
- बागवानी और व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना) के लिए: 5%
बाकी का प्रीमियम सरकार देती है।
Q2: क्या यह योजना सभी किसानों के लिए अनिवार्य है?
A: नहीं, अब यह योजना सभी के लिए स्वैच्छिक (Voluntary) है। अगर आप लोन लेते भी हैं, तो आप बैंक को लिखित में देकर इस योजना से बाहर हो सकते हैं।
Q3: क्लेम का पैसा कितने दिनों में मिलता है?
A: यह नुकसान के आकलन और सर्वे प्रक्रिया पर निर्भर करता है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द से जल्द राशि खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए एक वरदान की तरह है, जो उन्हें प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाती है। ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप आसानी से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और अपनी खेती को सुरक्षित बना सकते हैं।
अगर इस योजना से जुड़ा आपका कोई और सवाल है, तो नीचे कमेंट में पूछने में संकोच न करें। हम आपकी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे।